हर वर्ष अक्षय तृतीया के दिन बाजार गर्म रहता है उस दिन सोने चांदी स्टील पीतल कांसे आदि की खरीदारी की जाती है पर अब की बार ऐसा नहीं है अबकी बार देश में चल रही महामारी कोरोना वायरस के कारण देश के तमाम त्यौहार फीके लगने लगे है
इस वायरस के कारण समस्त त्यौहार को मनाना थोड़ा कठिन हो गया है पर अक्षय तृतीया को विशेष महासंयोग बन रहे हैं स्थिति को अक्षय तृतीया इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसका क्षय यानी हनी नष्ट कभी नहीं होता है
युग युगांतर से चली आ रही कथाओं के अनुसार इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्य का फल दूसरे दिनों की अपेक्षा में ज्यादा मिलता है माना जाता है कि इस स्थिति को कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पंचांग को देखना जरूरी नहीं होता है क्योंकि यह दिन अत्यंत ही शुभ होता है इस दिन में सभी घड़ियां सभी मुहूर्त शुभ कार्य होती है
इस दिन को परशुराम जयंती के उपलक्ष में परशुराम जयंती भी मनाते हैं क्योंकि भगवान परशुराम का जन्म भी इसी शुभ दिन को हुआ था
इस दिन कैसे पाएं सबसे बड़ा धन इसका उपाय यह है कि जिस दिन आप दान करें दान में निर्धन को आटा फल जल का पात्र मिट्टी जल पात्र अपनी इच्छा अनुसार चावल लाल कपड़ा और कुछ मेवे भी दान कर सकते हैं इनको दान करने से आपके कर्म रेखा की रेखाएं उजागर होने लगती है और इसी के साथ दिन की दुआओं से आपका आने वाला साल पूरा बिना रोग के निरोगी रहता है
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